नई टिहरी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड के प्राकृतिक सौंदर्य का सही दोहन हो तो यह स्विजरलैण्ड को भी पीछे छोड़ सकता है और टिहरी झील को सही प्रमोट किया जाये तो कश्मीर की डलझील भी फीकी लगने लगे। वे टिहरी जिले के अन्तर्गत टिहरी बांध के समीप कोटी कालोनी में प्रदेश सरकार व हिल फांउडेशन द्वारा उत्तराखण्ड की 19 वीं वर्षगांठ 9 नवम्बर के अवसर पर देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त उत्तराखण्ड मूल की हस्तियों को रैबार-2 आवा आपुण घौर कार्यक्रम में बोल रहे थे।
टिहरी जिले के अन्तर्गत एशिया के सबसे ऊंचे टिहरी बांध के समीप कोटी कालोनी में आयोजित कार्यक्रम में श्री योगी ने कहा कि उन्होंने टिहरी से हाईस्कूल पास किया है और 33 वर्षों बाद वे टिहरी आये हैं, उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से अपनी जन्मभूमि से जोडऩे का यह अभिनव प्रयास है। योगी ने कहा कि उत्तराखण्ड का वासी जहां भी गया उसने अपने प्राणों से बढ़कर योगदान दिया है, उत्तर प्रदेश को भी उत्तराखण्ड ने कई मुख्यमंत्री दिये हैं, उत्तराखण्ड ने देश की सेनाओं को बड़ा योगदान दिया है इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 30 वीर नारियों व 30 वीर माताओं का सम्मानित किया।
इस अवसर पर रॉ के पूर्व चीफ आलोक जोशी, पूर्व डीजी पोस्टकार्ड रायचन्द सिंह चौहान, ले. जनरल अनिल भट्ट, ले. जनरल जेएस नेगी, निदेशक एचआर बी एम चमोला, आईसीआर मथुरा में कृषि वैज्ञानिक मनमोहन चौहान, मस्कट से आये शिव बहुगुणा, फिल्म कलाकर राघव जुयाल आदि उत्तराखण्डियों को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।