सामाजिक कार्यकर्ता और जल जंगल जमीन बचाओ आंदोलन के लोकप्रिय एक्टिविस्ट फादर स्टेन स्वामी का निधन हो गया है। फादर स्टेन स्वामी भीमा कोरेगांव मामले में भी आरोपी थे। वहीं 84 साल के एक्टिविसिट की पिछले कुछ दिनों से ही तबीयत बिगड़ने की खबरे आ रही थी। तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन सोमवार दोपहर को बॉम्बे हाई कोर्ट को जानकारी दी गई है कि उनका निधन हो गया है। फादर के निधन पर शोक जताते हुए राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा, ” फादर स्टेन स्वामी के निधन पर हार्दिक संवेदना। वह न्याय और मानवता के पात्र थे।”
Heartfelt condolences on the passing of Father Stan Swamy.
He deserved justice and humaneness.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 5, 2021
स्टेन स्वामी के निधन से दुखी और आक्रोशित हूं: येचुरी
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि वह फादर स्टेन स्वामी के निधन से दुखी और आक्रोशित हैं। येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘फादर स्टेन स्वामी के निधन से बहुत दुखी और आक्रोशित हूं। वह एक पादरी और सामाजिक कार्यकर्ता थे जिन्होंने कमजोरों की अथक सहायता की। अधिकनायकवादी गैर कानूनी गतिविधियां नियंत्रक अधिनियम (यूएपीए) के तहत उन्हें हिरासत में लिया गया और आमनवीय व्यवहार किया गया, जबकि उन पर कोई आरोप साबित नहीं हुआ था।” उन्होंने कहा कि ‘हिरासत में हुई इस हत्या’ के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए।
Deeply pained & outraged at the death of Father Stan Swamy.
A jesuit priest & social activist he tirelessly helped the marginalised.
Draconian UAPA custody, inhuman treatment since October 2020 with no charge established.
Accountability must be fixed for this murder in custody. pic.twitter.com/iQ8XrfRb9n— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) July 5, 2021
ट्राइबल कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी का हुआ इंतकाल, भीमा कोरेगांव हिंसा में हुए थे शामिल