कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को कई शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों और शिक्षकों के साथ बातचीत में कहा कि अकेले हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने का कोई इरादा नहीं है और कन्नड़ (Kannada) जैसी क्षेत्रीय भाषाओं की पहचान को कोई खतरा नहीं है।
सभी भाषाओं का करते हैं सम्मान
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रियांक खड़गे (Priyank Kharge) ने पत्रकारों को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) की जानकारी देते हुए कहा, राहुल गांधी के साथ कन्नड़ की पहचान को लेकर बातचीत की गयी। उन्होंने कहा कि हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं। प्रत्येक मातृभाषा अहम है और संविधान में सभी को अधिकार प्राप्त है।
संविधान बचाने के लिए यात्रा में ले रहे भाग
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी खड़गे ने कहा, बातचीत में भाग लेने वाले लोगों ने पुष्टि की कि वे कांग्रेस से नहीं जुड़े हैं लेकिन संविधान को बचाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा में भाग ले रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के रिसर्च विभाग के अध्यक्ष राजीव गौड़ा (Rajeev Gowda) ने कहा कि बातचीत में शामिल हुए अधिकतर लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सत्ता में आने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) लागू करने के बाद से शिक्षा क्षेत्र में समस्याओं का मुद्दा उठाया।