कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के 3 दिवसीय दौरे पर है। सोमवार से शुरू हुई इस यात्रा के दूसरे दिन तिरुवंबाडी पहुंचे राहुल ने नोटबंदी, कृषि कानून और जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस नेता ने केंद्र के इन फैसलों को भारतीय अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक ढांचे को कमजोर करने वाला बताया।
तिरुवंबाडी में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, देशभर में कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ प्रदर्शन चल रहा है। मैं उनके प्रदर्शन को पूरी तरह समझता हूं। ये कृषि क़ानून मूल रूप से भारतीय कृषि क्षेत्र की रीढ़ को नष्ट कर देंगे। हमारा कृषि क्षेत्र किसानों की बजाय 2-3 बड़े उद्योगपतियों के हाथ में चला जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसान की उपज खरीदने की एक प्रणाली है और उस प्रणाली में कुछ ख़ामियां हैं जिसमें सुधार करना चाहिए लेकिन सरकार इसे नष्ट कर रही है। सरकार मंडियों को नष्ट कर रही है। जिसका सीधा असर न केवल किसानों पर परन्तु देश के मध्यम वर्ग और देश की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिरता पर पड़ेगा।
राहुल ने कहा, पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और अब कृषि कानून भारतीय अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक ढांचे को कमजोर करने के लिए तैयार किए गए हैं। इन कार्रवाइयों का नतीजा यह होगा कि भारत अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा। कृषि हमारे इतिहास, संस्कृति और विरासत का एक आंतरिक हिस्सा है।
उन्होंने कहा, मैं किसानों और उनकी नवाचार करने की क्षमता में विश्वास करता हूं। लेकिन उनकी बुद्धिमत्ता, साधन संपन्नता, भावना के लिए एक समान खेल मैदान की आवश्यकता होती है। उन्होंने इस देश को बहुत कुछ दिया है। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 16 अगस्त से 18 अगस्त तक केरल में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के 3 दिवसीय दौरे पर हैं।