बीते 80 दिन पूरे राज्य पर बहूत भारी गुजरे हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो आपदा में न केवल जनहानि हुई, बल्कि 1914 घरों को भी अपनी चपेट में लिया है। इनमें से 56 घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए, जबकि 181 की स्थिति रहने लायक नहीं रह गई है। शेष आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। पशुधन को भी राज्य में आपदा से बहुत अधिक क्षति पहुंची है। अब तक 7798 मवेशी काल-कवलित हुए हैं। इसके अलावा सड़कों, पेयजल व विद्युत लाइनों समेत सार्वजनिक संपत्ति को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंची है। इन सबका आकलन अभी जारी है।