चक्रवात ‘आसनी’ के प्रभाव से रविवार को बारिश और तेज हवाओं के कारण अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साल के पहले चक्रवाती तूफान के तेजी से द्वीप समूह की तरफ बढ़ने के मद्देनजर अंतर-द्वीपीय जहाज सेवा के अलावा चेन्नई एवं विशापत्तनम समेत अन्य क्षेत्रों के लिए जहाज सेवाओं को भी रोक दिया गया है और मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने का अलर्ट जारी किया गया है।
एनडीआरएफ के लगभग 150 कर्मियों को तैनात किया गया है
अधिकारियों के मुताबिक, एहतियात के तौर पर द्वीप समूह के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के लगभग 150 कर्मियों को तैनात किया गया है और छह राहत शिविर भी स्थापित किए गए हैं। आपदा प्रबंधन सचिव पंकज कुमार ने कहा, “मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे घबराएं नहीं, क्योंकि प्रशासन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठा रहा है।” उन्होंने बताया कि पोर्ट ब्लेयर में एनडीआरएफ के कुल 68 कर्मियों, जबकि डिगलीपुर, रंगत और हटबे इलाकों में 25-25 कर्मियों को तैनात किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि पोर्ट ब्लेयर के साथ-साथ उत्तर एवं मध्य और दक्षिण अंडमान जिलों में भारी बारिश होने के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। उत्तर और मध्य अंडमान की जिला उपायुक्त अंजलि सहरावत ने कहा कि तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को एनडीआरएफ के कर्मियों द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
अगले 24 घंटों के दौरान इसके और गहन न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की आशंका
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को जारी एक ट्विटर पोस्ट में कहा, “आज 20 मार्च 2022 को भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना कल का कम दबाव वाला क्षेत्र न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया। अगले 24 घंटों के दौरान इसके और गहन न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की आशंका है।”
न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में बदलने के आसार हैं
आईएमडी ने कहा, “दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर दबाव आज भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े आठ बजे कार-निकोबार (निकोबार द्वीप समूह) से लगभग 110 किलोमीटर उत्तर और उत्तर-पश्चिम में केंद्रित था। भारतीय समयानुसार अगले दिन सुबह साढ़े पांच बजे न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में बदलने के आसार हैं।”
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, चक्रवाती तूफान के बांग्लादेश और म्यांमा के तटों की तरफ बढ़ने के भी आसार हैं। नौवहन सेवा निदेशालय ने 22 मार्च तक सभी अंतर-द्वीपीय सेवाओं को रद्द करने का आदेश दिया है। इसके अलावा, विशाखापत्तनम से एमवी कैंपबेल जहाज और चेन्नई जाने वाले एमवी सिंधु की यात्रा भी स्थगित कर दी गई है। चक्रवाती तूफान के कारण क्षेत्र के सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।