तबलीगी जमात के लोगों ने पूरे देश को अब खतरे में डाल दिया। जहां एक तरफ इस जमात के लोगों ने कोरोना वायरस के संकट को और ज्यादा बढ़ाया है। तो वही कोरोना वायरस से संक्रमित तबलीगी जमात के लोग अब डॉक्टर और नर्सों के साथ भी अभद्र व्यहवार कर रहे है।
जिसके चलते देश में तबीलीग जमात के लोगों के लिए गुस्सा है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को एक भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग इस वक्त मरकज जैसे समारोह में हिस्सा ले रहे हैं उन्हें गोली मारी जानी चाहिए।
उन्होंने ने कहा कि मरकज में शामिल होने वाले लोगों का इलाज क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा अगर इस वक्त किसी को लगता है कि इस संकट से बड़ा धर्म है और कोई इस बीमारी को फैलाने की साजिश रच रहा है तो उन्हें पीटा जाना चाहिए और ऐसे वीडियो को वायरल किया जाना चाहिए।
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उन्होंने ने कहा कि लॉकडाउन को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है तो लॉकडाउन की मियाद बढ़ेगी और उद्योगों पर बुरा असर पड़ेगा, जिससे आर्थिक संकट पैदा होगा। उन्होंने आगे कहा कि मुल्ला और मौलवी कहां हैं? ये लोग लोगों के दिमाग में संदेह पैदा कर रहे हैं यदि कल को कोई पार्टी या सरकार कोई स्टैंड लेती है तो फिर उसे दोष न दें करेला हमेशा करेला ही रहेगा।
राज ठाकरे ने शुक्रवार के पीएम के भाषण पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम ने लोगों से कहा कि 5 अप्रैल को दीया जलाएं, यदि लोग ऐसा करना चाहते हैं तो करने दें, ये अंधविश्वास के बारे में नहीं है. लेकिन पीएम को उम्मीद की किरण दिखानी चाहिए थी और ज्यादा भरोसा देना चाहिए था कि आने वाले वक्त में नौकरियों को लेकर क्या होगा, उद्योगों का क्या होगा।