कोरोना से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के तेज रफ्तार के बीच कई ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है तो कई रेमडेसिविर इंजेक्शन की। इस बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अधिकतर दवा कंपनियां राज्य को रेमडेसिविर की तय मात्रा की आपूर्ति नहीं कर रही हैं। टोपे ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रत्येक राज्य के लिए रेमडेसिविर दवा की शीशियों का कोटा तय किया है। इसके बावजूद अधिकतर दवा कंपनियां महाराष्ट्र के लिए तय कोटे के मुताबिक उसे दवा की आपूर्ति नहीं करा रही हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी मदद के तहत भारत सरकार को रेमडेसिविर दवा की अब तक जितनी शीशियां मिली हैं उसमें से केवल 52 हजार शीशियां ही महाराष्ट्र को मिल पाई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के फार्मास्यूटिकल विभाग की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह यह सुनिश्चित करे कि महाराष्ट्र को उसके तय कोटे के मुताबिक रेमडेसिवीर दवा मिले।
उनके मुताबिक हिटेरो लैब्स के अलावा सभी कंपनियां प्रदेश को तय कोटे के मुताबिक रेमडेसिविर की आपूर्ति नहीं कर रही हैं। इससे पहले टोपे ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि केंद्र का फार्मास्यूटिकल विभाग विदेश से आई मदद को विभिन्न राज्यों तक पहुंचाने में देरी कर रहा है।