गोवा में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया, जिसे सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस और समान विचारधारा के लोगों की हताशा करार दिया है। ‘गोवा एकता मंच’ के बैनर तले लोग दक्षिण गोवा जिले के पोंडा में शनिवार को एकत्र हुए और उन्होंने प्रदर्शन रैली की।
सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अरविंद भाटीकर ने रैली को संबोधित किया और दावा किया कि नया नागरिकता कानून “भारत को बर्बाद” कर देगा। उन्होंने आरोप लगाया, “भारत के संविधान को बरकरार रखने की आवश्यकता है। संशोधित नागरिकता कानून भेदभावपूर्ण और संविधान के खिलाफ है।”
इस मौके पर साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता एवं कोंकणी लेखक एन. शिवदास ने कहा कि संविधान एक पवित्र किताब की तरह है जो सभी धर्मों के लोगों को जोड़ता है। उन्होंने कहा, “हम सभी को इस पवित्र किताब को बचाने और उसकी रक्षा करने की जरूरत है।”
कांग्रेस विधायक रवि नाईक ने आरोप लगाया कि सीएए “ना केवल मुस्लिम समुदाय, बल्कि अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के खिलाफ भी है।” इस बीच, गोवा भाजपा के नेताओं ने सोशल मीडिया पर इस प्रदर्शन की निंदा की। भाजपा के गोवा महासचिव एवं पूर्व सांसद नरेंद्र सवाईकर ने ट्वीट किया, “पोंडा रैली में आाजादी के नारे क्यों? सीएए एक कानून है। उसके बारे में एक शब्द नहीं। केवल भावात्मक, भ्रामक भाषण। स्पष्ट रूप से कांग्रेस और समान विचारधाराओं की स्पष्ट हताशा।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में एक प्रदर्शनकारी की तस्वीर साझा की जिस पर लिखा था, “हम जेएनयू के साथ हैं।” साथ ही सवाईकर ने लिखा, “अधिकारियों को पोंडा रैली में ऐसे पोस्टरों की जांच करनी चाहिए।” भाजपा के दक्षिण गोवा जिले के महासचिव नवीन पै रायकर ने भी प्रदर्शनकारियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “ये शरणार्थी हैं जो सरकार की मदद से गोवा में रह रहे हैं। ये जहां के रहने वाले हैं उन्हें वहीं भेजकर आजादी दी जाए।”