सुशांत सिंह राजपूत की मौत के केस में NCB ड्रग्स एंगल की जांच कर रही है। एनसीबी ने इस मामले में रिया चक्रवर्ती उसके भाई शौविक चक्रवर्ती समेत अन्य 18 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में ले लिया था। आज इन सभी की न्यायिक हिरासत की मियाद समाप्त हो चुकी है। विशेष अदालत ने रिया और उसके भाई शौविक चक्रवर्ती की न्यायिक हिरासत की अवधि को बढ़ाकर 20 अक्टूबर कर दिया है।
रिया की FIR के खिलाफ सुशांत की बहनों ने किया HC का रुख
वहीं दूसरी तरफ अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहन प्रियंका सिंह और मीतू सिंह ने अपने खिलाफ बांद्रा पुलिस द्वारा 7 सितंबर 2020 को दर्ज एफआईआर रद्द करवाने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दरअसल, रिया चक्रवर्ती ने मुंबई के बांद्रा स्थित थाने में सुशांत की दोनों बहनें प्रियंका सिंह और मीतू सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। रिया की इसी एफआईआर को रद्द करने के लिए अब सुशांत सिंह राजपूत की दोनों बहनों ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है।
एडवोकेट माधव थोराट के जरिए दाखिल की गई याचिका में राजपूत की बहनों ने दावा किया है कि शिकायत पूरी तरह से डॉक्टर की लिखी दवाओं पर आधारित है, इसलिए उन्होंने कोई जुर्म नहीं किया है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के मद्देनजर रिया की शिकायत को खारिज किया जाना चाहिए। याचिका में रिया की शिकायत में देरी का हवाला भी दिया गया है। इसमें कहा गया है कि दवा 8 जून 2020 को प्रीस्क्राइब्ड किया गया था, जिस दिन रिया राजपूत का घर छोड़ कर गई थीं, मगर केस 7 सितंबर 2020 को दर्ज हुआ।
बता दें कि मुंबई पुलिस द्वार दर्ज मामला सीबीआई को ट्रांसफर हो गया है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि सुशांत केस से जुड़े सभी मामलों की जांच सीबीआई ही करेगी। माना जा रहा है कि इस याचिका पर आज मंगलवार (6 अक्टूबर) को न्यायमूर्ति एसएस शिंदे और न्यायमूर्ति एमएस कार्णिक की पीठ के समक्ष सुनवाई करेगी। बता दें कि 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे, जिसके बाद उनके परिवार ने रिया चक्रवर्ती पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।