भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत का कल दिल्ली- देहरादून राजमार्ग पर कार एक्सीडेंट हो गया था। जिसके बाद हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत ने ऋषभ पंत की जान बचाई थी। जिसके बाद शुक्रवार को उनको सम्मानित किया है। दिल्ली से रुड़की आते वक्त ऋषभ पंत की कार रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मादपुर झाल के पास डिवाइडर से टकरा गई थी। उसके बाद ऋषभ बुरी तरह से घायल हो गए थे। और उनके शरीर पर काफी गंभीर चोटें आई थी।
बेकाबू कार का टक्कर होते देखा
बस चालक सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत ने गुरुकुल नरसन के पास डिवाइडर पर एक बेकाबू कार की टक्कर होते देखी। वे दोनों कार के अंदर लोगों की मदद के लिए कार की ओर भागे। हमने उन्हें सम्मानित किया है, राज्य सरकार भी उन्हें मानवता के काम के लिए सम्मानित करेगी। हमने उनकी इस बहादुरी के लिए दोनों को सम्मानित किया है। राज्य सरकार भी उन्हें मानवता कार्य के लिए सम्मानित करेगी।कंडक्टर परमजीत ने सुनाई घटना की पूरी कहानी कहा कि जैसे ही उन्होंने ऋषभ पंत को कार से बाहर निकाला उसके कुछ ही 5-7 सेकंड के भीतर कार जल के राख हो गई। हादसे में उसकी पीठ पर चोटें आई थी। मैने पूछ कोई कार के अंदर तो नहीं है उन्होंने बोला में अकेला था और मैं भारतीय क्रिकेटर हूं मुझे इतना क्रिकेट का ज्ञान नहीं था, फिर मैने उन्हें अपनी चादर से ढ़का क्योंकि उनके कपड़े फट गए थे और अस्पताल में पहुंचाया।
वीवीएस लक्ष्मण ने रोडवेज कर्मचारी का किया धन्यवाद
पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने ट्विटर पर हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने ऋषभ पंत की कार दुर्घटना के बाद उनकी मदद की। उन्होंने लिखा, “ऋषभ पंत को जलती हुई कार से दूर ले जाने वाले हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर सुशील कुमार का आभार, उन्हें बेडशीट में लपेट कर एंबुलेंस बुलाई। आपकी निस्वार्थ सेवा के लिए हम आपके बहुत ऋणी हैं, सुशील जी रियल हीरो।
बीसीसीआई का बयान
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक बयान के मुताबिक, पंत के माथे पर दो कट लगे है, और दाहिने घुटने में लिगामेंट फट गया है उनकी दाहिनी कलाई, टखने और पैर के अंगूठे में भी चोट लगी है। साथ ही उनके पीठ पर खरोंच के निशान है।
ऋषभ की हालत स्थिर
बीसीसीआई के बयान के अनुसार, ऋषभ की हालत स्थिर बनी हुई है और उन्हें अब मैक्स अस्पताल, देहरादून में रेफर किया गया है जहां उनका इलाज जारी है। बीसीसीआई ने कहा कि वह पंत के परिवार के साथ लगातार संपर्क में है जबकि मेडिकल टीम पंत का इलाज कर रहे डॉक्टरों के साथ संपर्क में है। आगे बोर्ड ने कहा कि वह यह देखेगा कि पंत को हर संभव चिकित्सा सुविधा मिले और उसे इस दर्दनाक दौर से बाहर निकलने के लिए हर संभव मदद मिले और वो जल्दी ठीक हो जाए।