हरिद्वार : प्रशासन की ओर से नगर निगम रुड़की के सीमा विस्तार की अधिसूचना जारी करने के बाद निगम अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। उधर, अगले सप्ताह तक निगम को रुड़की में वार्डों का परिसीमन तैयार कर प्रस्ताव जिलाधिकारी को भेजना है। ऐसे में कम समय होने के कारण निगम के लिए यह चुनौती बन गया है।
रुड़की में नगर निगम ने वार्डों के परिसीमन पर काम शुरू कर दिया है। नए परिसीमन में पुराने 20 वार्डों का स्वरूप भी बदल जाएगा। वार्ड पहले की अपेक्षा अब बड़े होंगे। इससे वार्ड चुनाव की राजनीति पर भी काफी असर पड़ने की उम्मीद है। यही वजह है कि भावी प्रत्याशी परिसीमन पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। वार्ड आरक्षण पर भी परिसीमन का असर पड़ेगा।
शासन ने नगर निगम वार्ड परिसीमन को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। इसी के साथ नगर निगम ने पाडली गुर्जर और रामपुर गांव को वार्ड परिसीमन की प्रक्रिया से बाहर कर दिया है। वहीं, मोहनपुरा, मोहम्मदपुर, आसफनगर एवं हसनअलीपुर गांव को निगम क्षेत्र में शामिल किया गया है।
अब इन नए क्षेत्रों को जोड़कर वार्डों के परिसीमन पर निगम ने काम शुरू कर दिया है। नए क्षेत्रों के जुड़ने से पहले रुड़की नगर निगम में 20 वार्ड थे, लेकिन सुनहरा, सलेमपुर, शेरपुर माजरा, खंजरपुर, शफीपुर, मोहनपुरा, मोहम्मदपुर, आसफनगर एवं हसनअलीपुर के जुड़ जाने से जनगणाना 2011 के आधार पर नगर निगम रुड़की की जनसंख्या अब करीब 1.89 लाख हो गई है।
जिसके चलते एक वार्ड की जनसंख्या करीब 4700 होगी। मुख्य नगर अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि शासन के निर्देश पर वार्डों के परिसीमन पर काम शुरू कर दिया गया है। परिसीमन कार्य पूरा होने से पूर्व कुछ भी कहना मुश्किल है। परिसीमन में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि सभी वार्डों की जनसंख्या लगभग समान हो।
– संजय चौहान