उत्तराखंड की अंकिता भंडारी मर्डर केस को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। नेता से लेकर आम लोग पीड़ित परिवार के प्रति सहानभूति दिखा रहे है। सोशल मीडिया पर भी अंकिता को इंसाफ दिलाने की अपील हो रही है। इसी क्रम में आरएसएस नेता विपिन कर्णवाल ने सोशल मीडिया पर अंकिता की हत्या को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उनकी तलाश जारी है, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
आरएसएस नेता के खिलाफ पुलिस ने किया मामला दर्ज
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया की आरएसएस नेता का बयान महिलाओं को अपमानित करने वाला था, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरएसएस नेता विपिन देहरादून के रहने वाले है। पुलिस उन्हें ढूंढ रही है, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
नहर से मिली थी अंकिता की लाश
बता दे, अंकिता अपने परिवार का सहारा बनने के लिए एक रिसॉर्ट में काम कर रही थी। लेकिन, वो अचानक गायब हो गई थी, जिसके बाद पुलिस को अंकिता की लाश चीला पॉवर हाउस के पास स्थित नहर से मिली थी , जिसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए ऋषिकेश एम्स ले जाया गया। अंकिता के शरीर पर चोट के निशान भी मिले थे।
सीएम ने अंकिता के परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता की प्रदान
इस मामले पर सीएम ने भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। अब तक की जांच में रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य समेत दो लोगों को आरोपी बनाया गया है। ये तीनो पुलिस के गिरफ्त में है। बीते दिन उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा अंकिता के परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता दी गई है। अंकिता के परिजनों ने सरकार से आरोपियों को कड़ी सजा मिले इसकी मांग की है।