1.54 लाख करोड़ की फॉक्सकॉन-वेदांता डील को लेकर महाराष्ट्र में सियासी बवाल जारी है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना समेत विपक्ष ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को इतने बड़े निवेश को हाथ से निकल जाने देने का आरोप लगाया है। अब इसी विवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तीखी टिप्पणी की है।
उद्धव ठाकरे ने एक कार्यक्रम के दौरान सीएम शिंदे से पूछा, ”सीएम एकनाथ शिंदे आज फिर दिल्ली में ‘मुजरा’ करने गए हैं…महाराष्ट्र की परियोजनाएं दूसरे राज्यों में क्यों जाती हैं? वह इस बारे में पीएम (नरेंद्र मोदी) से बात क्यों नहीं करते? क्या उनमें इस पर बोलने की हिम्मत नहीं है?” वहीं डील पर सीएम एकनाथ शिंदे का कहना है कि उन्हें केंद्र से आश्वासन मिला है कि महाराष्ट्र निराश नहीं होगा।
विपक्ष के गुस्से पर पक्ष की प्रतिक्रिया
दरअसल, वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर प्लांट डील पहले महाराष्ट्र के पुणे में लगने वाला था लेकिन कुछ दिनों पहेल इसे गुजरात के लिए डील कर लिया है। इस फैसले के बाद से महाराष्ट्र सरकार को विपक्ष के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष के इस गुस्से में पर ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस ने प्रतिक्रिया दी थी। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि गुजरात कोई पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है।
फणडवीस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती महाविकास आघाडी सरकार के कार्यकाल के दौरान कोई भी सब्सिडी लेने के लिए 10 प्रतिशत कमीशन देना पड़ता था। उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि ठाकरे सरकार ने राज्य में रिफाइनरी जैसी बड़ी परियोजनाओं का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से महाराष्ट्र अन्य राज्यों के मुकाबले 10 साल आगे जा सकता था। फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और मुंबई मेट्रो-तीन परियोजना को रोकने का आरोप लगाया।
गुजरात में 1000 एकड़ जमीन पर लगेगा प्लांट
आपको बता दें कि वेंदाता गुजरात में 1000 एकड़ जमीन पर ये प्लांट लगाएगी, जहां फॉक्सकॉन इस प्रोजेक्ट में तकनीकी भागीदार के रूप में काम कर रही है, वहीं तेल और धातु समूह पर अपनी पकड़ रखने वाली वेदांता परियोजना में पैसा लगा रही है। गुजरात सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के बाद वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि, “संयंत्र दो साल में सेमीकंडक्टर का उत्पादन शुरू कर देगा” कंपनियों ने यह भी कहा कि यह परियोजना गुजरात में 1 लाख से ज्यादा नौकरियों पैदा करेगी।