कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट शुक्रवार को देहरादून पहुंचे। देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में सचिन पायलट ने महंगाई के मुद्दे पर उत्तराखंड सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो चुके हैं, मांग और खपत कम है तो लोगों की जेब पर डाका डालने का क्या कारण है?
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता बढ़ती महंगाई से परेशान है। आज पूरे देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी ग्रस्त है। इनकी कीमतें कम करना केंद्र सरकार के हाथ में है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस के दाम कम करने होंगे। इसके लिए कांग्रेस जनता की आवाज बनकर सरकार पर लगातार दबाव बनाती रहेगी।
सचिना पायलट ने कहा कि आज केंद्र सरकार कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में न्यूनतम पर आने के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ा रही है। देश में यूपीए शासनकाल के दौरान 10 वर्षों में कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 100 डॉलर प्रति बैरल रही, लेकिन पेट्रोल 70 रुपये से ऊपर नहीं गया और डीजल 57 से ऊपर नहीं गया।
एनडीए शासनकाल में सात वर्षों में कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में न्यूनतम 28 डॉलर प्रति बैरल और अधिकतम 78 डॉलर प्रति बैरल यानी 50 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर नहीं गई। किंतु आज पेट्रोल देश भर में 100 रुपए और डीजल 90 रुपए पहुंच गया है। रसोई गैस के मामले में मोदी सरकार ने देश भर की महिलाओं की रसोई पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है। इसका जवाब आने वाले चुनाव में देश की जनता भाजपा को देगी। उन्होंने ये भी कहा कि कांवड़ यात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन होना चाहिए।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी उपस्थित रहे।शुक्रवार को वह जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे, जहां कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। एयरपोर्ट से उनका काफिला देहरादून शहर के लिए रवाना हुआ। इस दौरान कार्यकर्त्ताओं ने सचिप पायटल के समर्थन में नारे भी लगाए।