हरिद्वार : अभिनेता कमल हसन के हिंदू आतंकवाद को लेकर दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि हिंदुओं को आतंकवादी बताने वाले या हिंदू आतंकवाद की व्याख्या करने की कोशिश करने वालों को स्वयं अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि खुद कितने बड़े आतंकवादी हैं और उनके यहां कितने आतंकवादी हैं। उन्होंने कहा ऐसे लोगों को पहले अपना घर सुधारना चाहिए और अपने लोगों को देखना चाहिए, जिनकी पहचान ही पूरे विश्व में आतंकवादी और आतंकवाद के तौर पर बन गई है, ऐसे लोगों को कोई अधिकार नहीं है कि विश्व शांति और विश्व सामाजिक व सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देने वाली हिंदू कौम पर कोई टिप्पणी करें।
नरेंद्र गिरी ने कहा सनातन हिंदू धर्म कभी भी हिंसा नहीं सिखाता। वह वह हमेशा प्रेम और सद्भाव का ही संदेश देता है। उन्होंने कहा हिंदू धर्म पर टिप्पणी करने वालों को पहले हिंदू धर्म को जानना और समझना चाहिए, उसके बाद ही उस पर टिप्पणी करें। जो लोग भारत में अपनी पहचान आतंवादी के रूप में बना चुके हैं, ऐसे लोगों को कोई अधिकार नहीं है कि विश्व शांति और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देने वाले हिंदुओं पर कोई टिप्पणी करें।
बता दें कि तमिलनाडु के अरवाकुरिची विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान अभिनेता से राजनीति में आए कमल हासन ने नाथूराम गोडसे को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का पहला आतंकवादी करार दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैं ये इसलिए नहीं कह रहा कि यहां काफी संख्या में मुसलमान हैं। मैं ये महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने कह रहा हूं। आजाद भारत में पहला आतंकवादी एक हिंदू था। उसका नाम था- नाथूराम गोडसे।