महाराष्ट्र की सियासत संकट के दौर से गुजर रही है। सेना नेता एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायक गुजरात से गुवाहाटी (असम) पहुंच चुके हैं। वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर अहम बैठक जारी है। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने माना कि राज्य सरकार में संकट जारी है।
संजय राउत ने मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, सत्ता ही न जाएगी। पार्टी की प्रतिष्ठा सबसे ऊपर है उसके बाद ही सबकुछ। उन्होने कहा कि फिलहाल अच्छे माहौल में बात हो रही है। बातें बढ़ा-चढ़ाकर की जा रही हैं। एकनाथ शिंदे हमारे बहुत अच्छे मित्र हैं। सालों साल से हम एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं। उनके लिए आसान नहीं है पार्टी छोड़ना और हमारे लिए भी उनको छोड़ना आसान नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं, उनसे बातचीत चल रही है, सब शिवसेना में रहेंगे। हमारी पार्टी के लोग लगातार संघर्षशील हैं। बहुत से बहुत हम सत्ता खो देंगे लेकिन हम लड़ते रहेंगे।
विधायक नितीन देशमुख सूरत में भाजपा कब्जे में हैं. मुंबई से उनका अपहरण किया गया. सोमवार रात उन्होंने खुद को छुड़ाने का प्रयत्न किया. तब उनके साथ गुजरात पुलिस व गुंडों ने बेरहमी से मारपीट की.
मुंबई के गुंडे भी वहां हैं.
गुजरात की धरती पर हिंसा? @AmitShah4BJP @CMOGuj@PMOIndia— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 21, 2022
इससे पहले मंगलवार को राउत ने ट्वीट करते हुए लिखा, विधायक नितिन देशमुख सूरत में भाजपा कब्जे में हैं। मुंबई से उनका अपहरण किया गया। सोमवार रात उन्होंने खुद को छुड़ाने का प्रयत्न किया। तब उनके साथ गुजरात पुलिस व गुंडों ने बेरहमी से मारपीट की। मुंबई के गुंडे भी वहां हैं। गुजरात की धरती पर हिंसा?