प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमसी बैंक घोटाला केस में शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा को तीसरा समन भेजा और आज पेश होने के लिए कहा था लेकिन वे आज भी जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं होंगी। लेकिन जानकारी के मुताबिक वर्षा राउत 5 जनवरी को ईडी के सामने पेश हो सकती हैं। इससे पहले भी उनको दो समन भेजे जा चुके है लेकिन वो ईडी की जांच में शामिल नहीं हुई।
वर्षा राउत को ये नोटिस पीएमसी बैंक घोटाला केस में भेजा गया है जिसकी जांच ED कर रही है। वर्षा ने 55 लाख रुपये का एक लोन लिया था जिसके बारे में उनसे पूछताछ होनी है क्योंकि जो लोग पीएमसी घोटाले में शामिल है उनके संबंध भी इस लोन से जोड़े जा रहे है।
पिछले साल सितंबर में, RBI ने 4,355 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के बाद PMC बैंक की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया था। निकासी सीमा को कम कर दिया था। प्रवर्तन निदेशालय ने बाद में आवास विकास अवसंरचना लिमिटेड के स्वामित्व वाली 3,830 करोड़ रुपये से अधिक की चल और अचल संपत्ति को जब्त कर लिया था।
ईडी के नोटिस पर संजय राउत ने कहा है कि हम कानून को मानते है, ईडी देश की एक जांच संस्था है। लेकिन नोटिस अब तक मैंने देखा नहीं है। देखने की जरूरत भी नहीं है। राउत ने कहा कि हम इसका जवाब देंगे, थोड़ा टाइम मांगा गया है, 4-5 दिन का वक़्त मांगा है।
संजय राउत ने ट्वीट कर ये भी कहा कि हमारे पास 120 लोगों की लिस्ट है, उसको देने के बाद ईडी को काम मिल जाएगा। संजय राउत इस पूरे विवाद के बीच आलोचना भी झेल रहे है। विरोधियों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे धमकाने वाला पैदा नहीं हुआ है, जो मुझे धमकी देगा वो नहीं रहेगा।
संजय राउत ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कल कहा था की घर की महिलाओं को निशाना बनाना कायरता का काम है। हम किसी से नहीं डरते और उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देंगे। ईडी को कुछ कागजात की आवश्यकता थी और हमने उन्हें समय पर जमा कर दिया है।
उन्होंने कहा, पिछले एक साल में शरद पवार, एकनाथ खडसे और प्रताप सरनाइक को नोटिस मिला और अब आप सभी मेरे नाम पर चर्चा कर रहे हैं। ये सभी लोग महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नोटिस कागज का टुकड़े है और कुछ नहीं।