महाराष्ट्र में लगभग 10 दिनों तक चले सियासी बवाल के बाद शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ। शिवसेना सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी ने शिवसेना से अलग होने वाले विधायकों के गुट के साथ मिलकर महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में नई सरकार का गठन किया है और शिवसेना वहीं है, जहां ठाकरे हैं।
संजय राउत ने राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि बीजेपी 2019 में अपनी बात पर कायम रहती, जो उसके पास ढाई साल तक मुख्यमंत्री का पद बना रह सकता था और शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाने का प्रयोग नहीं होता।
उन्होंने सवाल किया कि फडणवीस के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी को क्या मिला। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में अपने दल का विस्तार करने की कोशिश करेंगे। शिवसेना से अलग हुए एक समूह ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार का गठन किया है।’’
नई सरकार शिवसेना-बीजेपी की सरकार?
राउत से सवाल किया गया था कि क्या शिंदे के नेतृत्व वाली नई सरकार शिवसेना-बीजेपी की सरकार है। इसके जवाब में राउत ने यह बयान दिया। उन्होंने जोर दिया कि शिवसेना को विभाजित करने के शिंदे के कदम से पार्टी कमजोर नहीं होगी। राउत ने कहा, ‘‘शिवसेना वहीं है, जहां ठाकरे हैं।’’
एकनाथ शिंदे ने बयान दिया कि बीजेपी के पास बागी समूह से अधिक विधायक होने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर फडवणीस ने बड़ा दिल दिखाया। इस बयान पर राउत ने कहा कि नवनियुक्त मुख्यमंत्री की बड़े दिल की परिभाषा संभवत: अलग है।
राउत ने नई सरकार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिवसेना से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले शिंदे और फडणवीस को कृषि, बेरोजगारी संबंधी समस्याओं को मिलकर सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा करते समय, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रशासन और पुलिस तंत्र बिना किसी पूर्वाग्रह के कार्य करें।’’