देहरादून : सोमवार को सचिवालय सभागार में शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की बैठक सम्पन हुई। शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने एनसीआरटी की पुस्तकों के टेण्डर में कम से कम से कम 50 लाख की संख्या में पुस्तक प्रकाशन की शर्त को शामिल करने के निर्देश दिये ताकि प्रदेश में अध्ययनरत छात्रों को एनसीआरटी की पुस्तकों की कमी न हो। उन्होंने निजी स्कूलों द्वारा मा. उच्च न्यायालय के आदेशों का अनुपालन की अद्यतन रिपोर्ट पर भी विस्तार जानकारी प्राप्त की।
शिक्षा मंत्री ने प्रदेश में एक ही स्थान में चल रहे प्राथमिक विद्यालयों, जूनियर हाई स्कूलों एवं हाईस्कूलों को संविलियन किये जाने के संबंध में की जा रही कार्यवाही की समीक्षा पर जूनियर हाईस्कूल को छात्र संख्या की कमी पर हाईस्कूल में संविलियन करने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये।
उनका कहना था कि इससे दूर क्षेत्रों में पढने वाले बच्चों को हाईस्कूल तक शिक्षा अध्ययन के लिये दूर नही जाना पडेगा। उन्होंने कहा कि जहां छात्र संख्या काफी न्यूनतम हो, ऐसे जूनियर हाईस्कूल विद्यालयों को ही वहीं संचालित हाईस्कूल विद्यालय में संविलियन किया जाए। उन्होंने बताया कि परमार्थ निकेतन द्वारा कार्यशाला में निःशुल्क जल संरक्षण, प्रशिक्षण तथा इस अवधि में निः शुल्क रहने तथा भोजन की व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर सचिव शिक्षा भूपेन्द्र कौर औलख, सचिव (प्रभारी)संस्कृत इंदूधर बौडाई, महानिदेशक शिक्षा सुश्री ज्योति यादव, अपर निदेशक महानिदेशालय वंदना गब्र्याल, अपर निदेशक बेसिक वीरेन्द्र सिंह रावत, अपर निदेशक माध्यमिक रामकृष्ण उनियाल, अपर निदेशक सीमैट शशि बाला चैधरी, अजय नौडियाल, संयुक्त निदेशक माध्यमिक भूपेन्द्र नेगी सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।