बीजेपी ने आरोप लगाया है कि एआईयूडीएफ सिर्फ तीन लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है जिससे साबित होता है कि उसका कांग्रेस के साथ गुप्त समझौता है। असम सरकार में मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार को यह भी दावा किया कि दोनों पार्टियां ‘अवैध बांग्लादेशियों को संरक्षण देती हैं।’’
सरमा ने कहा कि असम में बीजेपी के लिए सिर्फ नागरिकता (संशोधन) विधेयक एकमात्र चुनावी मुद्दा नहीं है, बल्कि बालाकोट हवाई हमला, बुनियादी ढांचे का विकास और कई अन्य मुद्दे हैं। कभी कांग्रेस में रहे सरमा के बारे में माना जाता है कि वह प्रदेश की बीजेपी सरकार में दूसरे नंबर की हैसियत रखते हैं।
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा ‘‘यह बहुत स्पष्ट है कि कांग्रेस और एआईयूडीएफ के बीच सीटों को लेकर समझौता है। पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कलियाबोर से उनका बेटा गौरव गोगोई जीते और एआईयूडीएफ ने वहां अपना उम्मीदवार नहीं उतारा।’’
ऑल इंडिया यूनाइटिड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) ने अब तक तीन उम्मीदवारों का ऐलान किया है, जिनमें धुबरी से मौजूदा सांसद और पार्टी प्रमुख बदरुद्दीन अजमल का नाम शामिल है। कांग्रेस ने एआईयूडीएफ के साथ किसी भी तरह के चुनावी समझौते से इनकार किया है।