महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने अपनी पार्टी के सभी नेताओ द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि वह सत्ता में बैठकर प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग का गलत तरीके से उपयोग कर रही है।
साथ ही उन्होंने कहा है कि जिन नेताओ ने एनसीपी का साथ छोड़ने से मना कर दिया सरकार उनके खिलाफ एजेंसियों द्वारा कार्रवाई करवा रही है।
शरद पवार ने एनसीपी के नेता हसन मुश्रीफ के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के लिए मोदी सरकार के खिलाफ षड़यंत्र का आरोप लगाया है।
इसके आलावा शरद पवार ने कहा कि ‘जो लोग सत्ता पर काबिज है,वह हमारे नेताओ और कार्यकर्ताओ को अपनी तरफ आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने उनमें से कुछ लोगों से बात की है और पता चला है कि सरकार प्रवर्तन निदेशालय का उपयोग कर रही है।
यह बिलकुल वैसे ही हो रहा है, जैसे कोल्हापुर में हसन मुश्रीफ के यहां हुआ था। उनको पार्टी में शामिल होने के लिए कहा गया था, परंतु मना करने पर उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग द्वारा कार्रवाई की गई।’
शरद पवार ने आगे कहा, ‘हमनें पहले भी इस प्रकार की कार्रवाई देखी है और हमें भलिभांति पता है कि अपनी पार्टी को फिर से कैसे बनाया जाता है। आज युवा लड़ाई के लिए आगे आ रहे हैं और हम ऐसा माहौल बना रहे हैं जिससे कि उन्हें और मौके मिल सकें। हम अपनी पार्टी को परिवार की तरह ही ,मानते है और चलाते भी हैं और अगर कुछ लोग अपना अलग स्टैंड लेते हैं तो वह भी सही ही है।’
एनसीपी में इस्तीफों की लगी झड़ी
आपको बता दें कि पिछले कुछ वक्त से एनसीपी के कुछ नेता लगातार भाजपा में शामिल हो रहे हैं जिसके बाद शरद पवार ने यह बयान दिया है।