लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) के राज्यस्तरीय लोक क्रांति सम्मेलन में गुरुवार को पार्टी प्रमुख शरद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर जुबानी हमले किए। उन्होंने कहा कि एक ने देश को संकट में डाल दिया है तो दूसरी ओर गपोड़ी और झोलाछाप मामा ने नदियों को तबाह कर दिया है।
भोपाल के गांधी भवन में आयोजित लोकक्रांति सम्मेलन में शरद ने कहा कि देश की बर्बादी का सबसे बड़ा कारण है जातिवाद है। सैकड़ों लोगों की कुर्बानी के बाद ये संविधान मिला है। आज कोई शरद यादव जीत सकता है क्या? आज सारे पैसे वाले लोग टिकट मांग रहे हैं। आज कोई जय प्रकश, लोहिया, अंबेडकर चुनाव जीत सकता है क्या? ये जो मामा है गपोड़ी है, झोला लेकर घूम रहा है।
शिवराज चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा को 'जन अभिशाप यात्रा' बताते हुए उन्होंने कहा, 'नदियों को खत्म किया जा रहा है। बेतवा नदी को तबाह कर दिया। कुएं का पानी 70 फीट नीचे चला गया। नर्मदा नदी मर गई तो आपका सर्वनाश हो जाएगा।' शरद यादव ने कहा कि इनके पास झूठ बोलने के अलावा कोई काम नहीं बचा है, चुनाव करीब आते ही विकास की बात छोड़कर जात-पांत की बात पर आ जाते हैं। आज जरूरत है कि लोकतंत्र को मजबूत किया जाए।
शरद ने कहा, 'एक झूठ बोलने वाला दिल्ली में है। वो रात को भी सोता है कि नहीं, पता नहीं। कहता है 56 इंच का सीना है..अरे तो पहलवान है क्या है? वहीं मध्य प्रदेश में 15 साल से गपोड़ी राज है।' लोजद प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री के सारे वायदे फ्लॉप साबित हुए। न हर साल दो लाख रोजगार मिला, न विदेश से काला धन आया। आए थे जिंदगी बनाने और संवारने के लिए, पर रोज 24 घंटे नए बयान आते हैं। वर्तमान में ऐसी सरकार है, जिसने जब जो कहा, उस बात को छोड़कर कुछ और ही कर रही है। आज कोई तबका नहीं, जो परेशान न हो।
शरद यादव ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'आज देश में चार साल से अघोषित आपातकाल है। छोटे कारोबारियों का धंधा चौपट कर दिया। देश में मां-बहन की इज्जत लूट सकते हो, मगर गाय को छू नहीं सकते। आज हिंदू-मुसलमान के नाम पर, गाय के नाम पर भ्रम फैलाया जा रहा है।'
शरद ने कहा कि कांग्रेस बड़ी पार्टी है और उसे प्रयास करना चाहिए कि इस बार वोट नहीं बंटे, अगर वोट बंटा तो देश बर्बाद हो जाएगा। भाजपा पहले ऐसी पार्टी नहीं थी, इसमें अटलजी, आडवाणीजी जैसे लोग थे, पर आज क्या हो गई है देश देख रहा है। इस मौके पर कई विपक्षी दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे और सभी ने लोकक्रांति को देश की जरूरत बताया।