महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच रस्साकशी जारी है। राज्य विधानसभा में आज पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। मानसून सत्र के दौरान शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के विधायक एक दूसरे से भिड़ गए। इतना ही नहीं नौबत हाथापाई तक पहुंच गई।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गठबंधन की सरकार पर तंज कसने के लिए गाजर लेकर आए थे। शिंदे गुट के विधायकों ने राकांपा विधायकों से गाजर छीनने की कोशिश की जिससे हालात तनावपूर्ण हो गए।
रोहित पवार और अमोल मितकारी के नेतृत्व में विपक्ष के विधायक उन्हें जवाब देने के लिए पहुंचे। वे भी तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे। इस मौके पर विपक्ष के विधायकों ने 'गाजर देना बंद करो, सूखा घोषित करो' जैसे नारे लगे। यह सब चल ही रहा था कि सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के विधायकों के आक्रामक होने पर हाथापाई हो गई।
पश्चिम बंगाल : न्यायाधीश के खिलाफ धमकी मामले में अनुब्रत मंडल ने की CBI जांच की मांग
इसके बाद उद्धव गुट के विधायक विधानसभा प्रांगण में शिंदे गुट के खिलाफ '50 खोखे, एकदम ओके' जैसी नारेबाजी करने लगे और दोनों गुट आपस में भिड़ गए। इसके बाद दोनों पक्षों के कुछ विधायकों ने बीच-बचाव कर तनाव को शांत किया। दोनों पक्षों के सदस्य कुछ देर तक एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और फिर कार्यवाही में शामिल होने के लिए सदन में चले गए। राज्य विधानसभा का मानसून सत्र बृहस्पतिवार को संपन्न होगा।
शिंदे और शिवसेना के 39 विधायकों ने जून में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी। इसके बाद उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना, राकांपा व कांग्रेस की महा विकास आघाड़ी गठबंधन सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।