आज विजयादशमी के मौके पर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे अपनी बरसों की पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए शिवाजी पार्क से हज़ारों शिवसैनिकों और जनता को संबोधित करने वाले है। पूर्व सीएम के संबोधन से पहले ठाकरे गुट ने भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। ठाकरे गुट के द्वारा मुखपत्र 'सामना' के जरिए हमला बोला गया है।
केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर लगाया गया प्रतिबंध
एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले दिनों केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर पांच सालों के लिए प्रतिबंध लगाया गया था। इस फैसले का स्वागत बीजेपी नेताओं द्वारा किया गया था, लेकिन शिवसेना के मुखपत्र सामना में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तुलना ईडी और सीबीआई से करते हुए शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
मुखपत्र में कश्मीरी पंडितों का किया गया जिक्र
बता दें, 'सामना' में प्रकाशित संपादकीय कॉलम में कहा गया कि 'PFI पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय सही है। आतंकवादी विचारों के संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है तो ये अच्छी बात है। ऐसी कार्रवाई बहुत जरूरी है। लेकिन, कश्मीर के लोगों का क्या ? घाटी का आतंकवाद जैसे थे वैसा ही है। वहां के कश्मीरी पंडितों का आक्रोश दिल्ली को बेचैन नहीं कर पाया इसका दुख है।'
यह लोकतंत्र के लक्षण नहीं: सामना मुखपत्र
वही, संपादकीय में आगे कहा गया कि PFI से भी भयंकर आतंकवाद ‘ईडी’, ‘सीबीआई’ जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों ने चला रखा है। राजनीतिक लाभ के लिए इनका उपयोग हो रहा है, जो बिलकुल गलत है। यह लोकतंत्र के लक्षण नहीं हैं।' इसके साथ ही सामना मुखपत्र में शिंदे सरकार के उस फैसले पर भी कटाक्ष किया गया है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों से फोन पर अंग्रेजी में 'हैलो' के बजाए 'वंदे मातरम्' बोलने की अपील की जा रही थी।