शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की और समझा जाता है कि ठाकरे ने पवार से महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए उनकी पार्टी के समर्थन का अनुरोध किया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उद्धव ठाकरे और पवार ने एक उपनगरीय होटल में बातचीत की। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार गठन के लिए दावा पेश करने की खातिर शाम साढ़े सात बजे तक का समय दिया है।
सूत्रों ने बताया कि 45 मिनट की इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने कृषि मुद्दे समेत ‘न्यूनतम साझा कार्यक्रम’ पर भी चर्चा की जो सरकार बनने की स्थिति में उनकी सरकार के लिए दिशानिर्देश का काम करेगा। राकांपा ने अबतक अपने इस फैसले की घोषणा नहीं की है कि वह शिवसेना का समर्थन करेगी या नहीं। उसने कहा है कि वह अपने सहयोगी कांग्रेस द्वारा उठाये जाने वाले कदम के आधार पर निर्णय लेगी।
कांग्रेस के शीर्ष नेता यह तय करने के लिए दिल्ली में शाम चार बजे महाराष्ट्र के पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे कि इस गतिरोध के बीच पार्टी क्या रूख अपनाए। बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना के पास 56 सीटें हैं जबकि राकांपा और कांग्रेस के पास क्रमश: 54 और 44 सीटें हैं। राज्य में सरकार बनाने को इच्छुक किसी भी दल या गठबंधन को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 145 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।
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सूत्र ने कहा, “शिवसेना प्रमुख ने पवार साहब से समर्थन का अनुरोध किया। उन्होंने न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर भी चर्चा की।” सूत्र ने बताया कि पवार के साथ उद्धव ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्य ठाकरे और पार्टी नेता संजय राउत भी थे। सूत्रों के अनुसार राकांपा की ओर से वरिष्ठ नेता अजीत पवार और सुनील तटकर भी मौजूद थे। कांग्रेस और राकांपा अपने-अपने पार्टी स्तर पर बातचीत कर रही हैं कि क्या राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दिया जाए।
कोश्यारी ने रविवार को शिवसेना को सरकार गठन करने का दावा पेश करने के लिए अपनी इच्छा और सामर्थ्य का संकेत देने के लिए बुलाया था। उससे पहले 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी भाजपा ने राज्य में सरकार गठन के लिए दावा पेश नहीं करने का फैसला किया था।