शिवसेना नेता रवींद्र वायकर ने परेशानियों से घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र कॉऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक का किसी अन्य बैंक के साथ विलय करने की शनिवार को मांग की ताकि उसके जमाकर्ताओं को राहत मिल सकें। यहां महाराष्ट्र विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए वायकर ने दावा किया कि इस साल सितंबर में जब से पीएमसी बैंक घोटाले का पता चला है तब से अब तक बैंक के 19 जमाकर्ताओं की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक व्यक्ति के गलत कामों का असर पीएमसी बैंक के अन्य असली ग्राहकों पर नहीं पड़ना चाहिए। मैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बैंक का किसी अन्य बैंक के साथ विलय करने की संभावना के मामले पर विचार करने का अनुरोध करता हूं।’’ बाद में विधान भवन के परिसर में वायकर ने कहा, ‘‘जब पीएमसी बैंक घोटाला सामने आया था तब मैंने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) से इस मामले पर विचार करने का अनुरोध किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी एक पत्र लिखा था।’’
पीएमसी बैंक घोटाला तब सामने आया जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पाया कि बैंक ने लगभग दिवालिए हो चुके हाउसिंग डेवलेपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) को दिए 4,355 करोड़ रुपये अधिक का कर्ज छिपाने के लिए कथित तौर पर फर्जी खाते बनाए।