बॉलीवुड फिल्मों में विलन की भूमिका निभाने वाले सोनू सूद लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के लिए हीरो बन कर सामने आए है। सोनू सूद अपने खर्चे पर प्रवासी मजूदरों को उनके घर भेजने का कार्य कर रहे है। उनके इस प्रयास की हर कोई प्रशंसा कर रहा है, लेकिन महाराष्ट्र सत्तारूढ़ शिवसेना ने उनकी इस दरियादिली को राजनीति से जोड़ दिया है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र सामना में सोनू सूद के मदद कार्य पर सवाल खड़े करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। राउत ने कहा कि बीजेपी सोनू सूद का इस्तेमाल सरकार पर हमला करने के लिए कर रही है। वहीं बीजेपी ने राउत के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा है कि लॉकडाउन के दौरान अचानक सोनू सूद नाम का एक महात्मा तैयार हो गया है। इतने झटके और चतुराई के साथ किसी को महात्मा बनाया जा सकता है? कहा जा रहा है कि जिन लोगों को केंद्र और राज्य सरकार घर नहीं भेज सकी है, सोनू सूद ने उन्हें अपने घर भिजवाया। यहां तक कि राज्यपाल ने भी उनकी तारीफ की।
राउत ने प्रवासी मजदूरों को बस में भेजने के लिए आये पैसों पर सवाल उठाते हुए सोनू सूद को बीजेपी का मुखौटा बताने की कोशिश की है। बीजेपी नेता राम कदम ने राउत के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए ट्वीट किया “Corona के संकट काल में इंसानियत के नाते मजदूरों को सड़क पर उतर के सहायता करने वाले सोनू सूद पर संजय राउत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। खुद की सरकार कोरोना से निपटने में नाकाम हो गई? यह सच्चाई सोनू सूद पर आरोप लगाकर छुप नहीं सकती। जिस काम की सराहना करने की आवश्यकता है उस पर भी आरोप?”
#Corona के संकट काल में इंसानियत के नाते #मजदूरों को सड़क पर उतर के सहायता करने वाले @SonuSood पर @rautsanjay61 का बयान दुर्भाग्यपूर्ण खुद की सरकार #Corona से निपटने में नाकाम हो गई ?यह सच्चाई सोनू सूद पर आरोप करके छुप नहीं सकती जिस कामकी सराहना करने की आवश्यकता है उस पर भी आरोप?
— Ram Kadam (@ramkadam) June 7, 2020
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान पलायन कर रहे मजदूरों के लिए अभिनेता सोनू सूद रियल हीरो बनकर उभरे हैं। लगातार घर जाने के लिए लोगों के हजारों मेसेज आ रहे हैं। सोनू सूद उन लोगों तक अपनी मदद भी अच्छे ढंग से पंहुचा रहे हैं। उनकी इस मदद के लिए लोग लगातार उनका धन्यवाद भी कर रहे हैं।