शिवसेना सांसद अडानी समूह से जुड़ी कंपनियों की गतिविधियों में प्रतिभूति नियामक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा की जा रही जांच के बारे में अधिक जानना चाहते हैं। शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को पत्र लिखकर अडाणी समूह की कुछ कंपनियों के खिलाफ जांच का ब्योरा मांगा है। चतुर्वेदी की ओर से 18 अप्रैल को लिखा गया पत्र बृहस्पतिवार को ट्विटर पर पोस्ट किया गया। उन्होंने कहा कि सेबी ने 2021 में अडाणी समूह की कुछ कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू की थी। हालांकि, सेबी ने न तो कोई ‘क्लोजर रिपोर्ट’ दायर की है और न ही देरी का कोई कारण बताया है।
अवगत कराया जाना चाहिए
चतुर्वेदी ने पत्र में कहा, जांच का विवरण और जांच पूरी होने में देरी के कारणों से आम जनता को अवगत कराया जाना चाहिए। नियामक को संबंधित संस्थाओं द्वारा शेयर की कीमतों में हेरफेर करने के आरोपों पर भी गौर करना चाहिए। राज्यसभा सदस्य चतुर्वेदी ने कहा कि इससे पारदर्शिता और निवेशकों का विश्वास सुनिश्चित होगा।
धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं
अमेरिकी शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह पर शेयरों में हेरफेर और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। अडाणी समूह ने आरोपों से इनकार किया है। कांग्रेस ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सहित 18-19 दलों के साथ इस मामले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग की है।