शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र में हाल में हुए ग्राम पंचायत चुनाव में लोगों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार का समर्थन किया है जिसके नतीजे सोमवार को घोषित किए गए। विपक्षी भाजपा पर हमला करते हुए शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर राज्य में ‘राजनीतिक क्रांति’ रोकी नहीं जा सकती।
शिवसेना ने कहा कि भाजपा को एमवीए के समर्थन में जनादेश को स्वीकार करना चाहिए नहीं तो राज्य की जनता उस पार्टी को आगे भी पराजय देगी। उल्लेखनीय है कि 15 जनवरी को राज्य की 12,711 ग्राम पंचायत के लिए हुए चुनाव में करीब 1.25 लाख प्रत्याशियों को जीत मिली है। हालांकि, इस चुनाव में प्रत्याशियों ने पार्टियों के चुनाव चिह्न पर चुनाव नहीं लड़ा था लेकिन राजनीतिक दलों या स्थानीय नेताओं द्वारा प्रत्याशी तय किए गए थे।
राज्य में सत्तारूढ़ एमवीए- शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन- ने ग्राम पंचायत में बड़ी जीत मिलने का दावा किया है जबकि विपक्षी भाजपा ने चुनाव में मजबूत पक्ष बनकर उभरने का दावा किया है। शिवसेना ने दावा किया कि ठाकरे सरकार लोगों की समस्याओं का समाधान कर रही है और उनकी देखरेख में राज्य का विकास तेज हुआ है। शिवसेना ने प्रश्न किया, ‘‘एमवीए के सभी घटकों ने ग्राम पंचायत चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। यह राज्य में ठाकरे सरकार के समर्थन में जनादेश नहीं है तो क्या है?’’
सामना ने लिखा, ‘‘ग्राम पंचायत चुनाव ने जनता की राय बता दी है। इसे स्वीकार करें नहीं तो महाराष्ट्र की जनता और पराजय देने तक चुप नहीं रहेगी।’’ शिवसेना ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में राजनीतिक क्रांति प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई, आयकर विभाग के ‘कार्यकर्ताओं’ की मदद से रोकी नहीं जा सकती। महाराष्ट्र की मिट्टी अलग है।’’
पार्टी ने दावा किया कि भाजपा राधाकृष्ण विखे पाटिल, रावसाहेब दानवे, चंद्रकांत पाटिल, राम शिंदे और नीतीश राणे सहित अपने प्रमुख नेताओं के गढ़ में ग्राम पंचायत चुनाव हार गई है। शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने मराठवाड़ा एवं विदर्भ क्षेत्र में ‘बड़ी बढ़त’ हासिल की है।
सामना ने संपादकीय में लिखा, ‘‘ शिवसेना ने कोंकण में जीत दर्ज की है लेकिन कुछ स्थानों पर झटका लगा है। इसकी समीक्षा बाद में की जाएगी लेकिन कुल मिलाकर पूरे राज्य के नतीजे दिखाते हैं कि जनता ने भाजपा को खारिज कर दिया है। इसका मतलब है कि जनता ने ठाकरे सरकार को स्वीकार किया है।’’ शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश में सबसे लोकप्रिय नेता हैं जबकि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सबसे लोकप्रिय हैं।