भोपाल (मनीष शर्मा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान आया है। उन्होंने आदिवासी मुद्दे के बाद ओबीसी मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदर्शन को पाखंड बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ओबीसी के साथ पाखंड कर रही है। कमलनाथ सरकार ने समय रहते अपना एडवोकेट जनरल तक खड़ा नहीं किया और ओबीसी मामले में स्टे आ गया। मैं ओबीसी के मुद्दे पर अंत तक लड़ाई लड़ूंगा।
मंगलवार को विधानसभा में मानसून सत्र का दूसरा दिन था। सदन में हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई थी। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस घटिया राजनीति कर रही है। कांग्रेस पाखंड कर रही है और आज उन्होंने जो पाखंड किया है, वो पिछड़े वर्ग के बारे में किया है। इस पर कमलनाथ को जवाब देना चाहिए। कमलनाथ जवाब दें कि 27 प्रतिशत आरक्षण बरकरार रखने के लिए कांग्रेस ने क्या किया?
चौहान ने कहा कि कांग्रेस भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है और समाज को तोड़ने के अभियान में लगी है। कल आदिवासियों को लेकर के भ्रम फैलाया गया। तत्कालीन सरकार ने अपने शासन के दौरान कोई प्रयास तक नहीं किया। वो एप्रिन पहनकर राजनीति कर रहे हैं। कमलनाथ ने पिछड़े वर्ग की पीठ पर छुरा घोंपा है। तत्कालीन सरकार ने अपना एडवोकेट जनरल तक कोर्ट में खड़ा नहीं किया। 10 मार्च को याचिका लगी और 19 मार्च को स्टे आ गया। चौहान ने कहा कि 8 मार्च 2019 को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का तत्कालीन सरकार ने कहा था। शिवराज ने कहा कि ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिलाने के लिए आखिर तक लड़ाई लड़ूंगा।
ओबीसी मुद्दे पर कांग्रेस का प्रदर्शन
इससे पहले विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायकों ने एप्रीन पहनकर गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। वे प्रदेश में ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे थे। कांग्रेस विधायकों ने सदन शुरू होने से पहले यह प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी भी की।