मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि वे ऐसे मदारी हैं, जिनके डमरू बजाते ही बड़े -बड़े बिजली के बिल शून्य हो जाते हैं। वे ऐसे मदारी हैं, जो बच्चों की फीस भरते हैं और मध्यप्रदेश को बदलने के लिए संकल्पित हैं। शिवराज चौहान सीहोर जिले के बुधनी तहसील मुख्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय रोजगार, स्व-रोजगार हितग्राही सम्मेलन में बोल रहे थे।
दरअसल वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के उस बयान पर कटाक्ष कर रहे थे, जो उन्होंने ही भोपाल में दिया था। कमलनाथ ने कहा था कि मुख्यमंत्री मदारी की तरह सिर्फ घोषणाएं करने की कलाकारी कर रहे हैं। सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबी दूर करने का काम किया है। प्रदेश को बीमारू राज्य के कलंक से मुक्त किया है। आज मध्यप्रदेश विकसित राज्य बन गया है। अब इसे समृद्ध राज्य बनाने में कोई प्रयास अधूरे नहीं छोड़गे।
सम्मेलन में 2150 युवाओं ने शिवराज चौहान के हाथों लोन स्वीकृति एवं रोजगार के आशय-पत्र प्राप्त किए। उन्होंने अन्य योजनाओं के 13 हजार 600 हितग्राहियों को लाभान्वित किया, विभिन्न योजनाओं में सीहोर जिले के हितग्राहियों को 84 करोड़ रूपये के हित लाभ का वितरण किया, बुधनी में ई-अस्पताल पोर्टल का शुभारंभ किया और 10 करोड़ 40 लाख रुपए लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया।
इस मौके पर केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़ भी उपस्थित थे। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में 7.50 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। इनमें से दो लाख 60 हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। प्रदेश में अब गरीबी नहीं रहेगी। शिक्षकों, पुलिसकर्मियों की भर्ती, एएनएम एवं डॉक्टरों, नायब तहसीलदार, पटवारियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती जल्दी ही होने वाली है।
इसके अलावा स्व-रोजगार के क्षेत्र में भी पर्याप्त अवसर निर्मित किए गए हैं। इस अवसर पर अखिल भारतीय किरार महासभा की अध्यक्षा साधना सिंह चौहान, सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री रामपाल सिंह, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष रमाकांत भार्गव, मध्यप्रदेश रोजगार बोर्ड के अध्यक्ष हेमंत देशमुख, वन विकास निगम के अध्यक्ष गुरु प्रसाद शर्मा, त्रिला पंचायत अध्यक्ष उर्मिला बरेठा सहित हितग्राही उपस्थित थे।