मध्य प्रदेश के सीहोर जिले से आज अपनी मांगों को लेकर राजधानी भोपाल धरना देने आ रहे किसानों को प्रशासन द्वारा बाहर ही रोके जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं किसानों को धरना स्थल लेने पहुंचे। दरअसल अपनी कई समस्याओं से पीड़ित सीहोर जिले के बहुत से किसान आज ट्रैक्टरों से राजधानी भोपाल स्थित टीटी नगर आकर यहां विरोध प्रदर्शन करने और धरना देने आ रहे थे।
सैंकड़ो की संख्या में राजधानी आ रहे किसानों को प्रशासन ने स्थानीय भदभदा पुल के पास रोक दिया। जब शिवराज चौहान को इस बारे में खबर लगी, तो वे किसानों को लेने के लिए भदभदा क्षेत्र पहुंच गए। यहां वे स्वयं एक ट्रैक्टर में सवार हो गए और अन्य वाहनों को पीछे आने को कहा।
किसानों को रोके जाने पर नाराज होते हुए शिवराज चौहान ने कहा कि अपनी समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे किसानों को प्रशासन ने बीच रास्ते में ही रोक कर अन्याय किया है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर प्रशासन ने आदिवासी किसानों को तय स्थान पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी तो मंत्रालय के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार आदिवासियों का हक छीन रही है और भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध करेगी।