केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कर्नाटक दौरे के बीच कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने शनिवार को उनसे जानना चाहा कि अपनी ‘विभाजनकारी राजनीति’ को लोगों के गले में उतारने से पहले यह आकलन करने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में क्यों नहीं गए कि केंद्र द्वारा प्रदत्त धन पर्याप्त है या नहीं।
विपक्ष के नेता ने ट्वीट कर मंगलुरु में पिछले महीने हुए सीएए विरोधी हिंसक प्रदर्शन के लिए पर्याप्त जांच की भी मांग की। इस प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गयी थी। सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, ‘‘ श्रीमान् अमित शाह अपनी विभाजनकारी राजनीति को लोगों के गले के नीचे उतारने में अपना समय लगाने से पहले आप प्रभावित क्षेत्रों में फिर क्यों नहीं गये और इसका आकलन क्यों नहीं किया कि केंद्रीय सरकारी धन पर्याप्त है या नहीं।’’
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘ श्री अमित शाह, बीएसवाई भाजपा ने बाढ़ से 35000 करोड़ रूपये का नुकसान होने का दावा किया था लेकिन आपकी सहायता केवल 1870 करोड़ रूपये की रही।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘ आप बाकी राशि कब देने की योजना बना रहे हैं। सीएए, एनपीआर और एनआरसी के क्रियान्वयन के बाद क्या कोई धन बचेगा।’’ शाह सीएए पर भाजपा के राष्ट्रीय जनजागरण अभियान के तहत कर्नाटक आये हुए हैं।