कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को पूर्वानुमान किया कि राज्य में बीएस येदियुरप्पा सरकार किसी भी वक्त गिर सकती है और फिर ‘‘मध्यावधि चुनाव’’ होंगे। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने सिलसिलेवार ट्वीट में राज्य की भाजपा सरकार को ‘ऑपरेशन लोटस’ की ‘अवैध संतान’ बताया। गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन लोटस’ शब्द कांग्रेस और जद(एस) ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए गढ़ा था।
दरअसल, पूर्ववर्ती गठबंधन सरकार में शामिल रही कांग्रेस और जद(एस) का आरोप है कि भाजपा ने प्रलोभन देकर अन्य दलों से विधायकों का दलबदल कराने की कोशिश की। सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि भाजपा धन के इस्तेमाल के जरिये विधायकों की खरीद-फरोख्त कर राज्य की सत्ता में आई है। उन्होंने येदियुरप्पा सरकार के पास जनादेश नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘‘मध्यावधि चुनाव’’ आसन्न हैं क्योंकि यह सरकार किसी भी वक्त गिर सकती है।
राहुल गांधी ने वायनाड में बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं के समाधान का दिलाया भरोसा
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘येदियुरप्पा हफ्ते में तीन दिन दिल्ली दौड़ रहे हैं। वह ऐसी असहाय स्थिति में है कि वह अमित शाह (भाजपा अध्यक्ष) की इजाजत के बिना कोई फैसला नहीं कर सकते। उन्हें आलाकमान की स्वीकृति लेनी होती है। यह भाजपा का असली रंग है।’’
जद(एस) प्रमुख एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनके बेटे एवं पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के साथ जुबानी जंग के कुछ दिनों बाद संभवत: उनसे सुलह की कोशिश करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि उनका प्रतिद्वंद्वी भाजपा है, ना कि जद(एस)। उन्होंने कहा, ‘‘हमें जद(एस) नेताओं से कोई बैर नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘धर्मनिरपेक्ष ताकतों के लिए सांप्रदायिक शक्तियां उनकी प्रतिद्वंद्वी हैं, ना कि अन्य धर्मनिरपेक्ष ताकतें।’’