कर्नाटक विधानसभा की कोलार सीट पर अभी दावेदारी नहीं बन पाई है। इसका मतलब यह है कि कर्नाटक विधानसभा के मौजूदा सदस्य सिद्धारमैया तब तक काम करते रहेंगे जब तक कि दावा मंजूर नहीं हो जाता। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि पार्टी आलाकमान ने आगामी विधानसभा चुनाव में कोलार सीट से उनके नाम को अभी मंजूरी नहीं दी है। सिद्दारमैया ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ पार्टी आलाकमान ने अभी तक मेरे नाम को मंजूरी नहीं दी है लेकिन मैं केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का पालन करूंगा।’’ वर्तमान में बागलकोट जिले के बदामी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे सिद्दारमैया ने अगली बार कोलार निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा जतायी है। अगर आलाकमान उनकी इच्छा को स्वीकार नहीं करता है, तो उनके वरुणा सीट से चुनाव लड़ने की पूरी संभावना है, जहां उनके बेटे डॉ। यतींद, मौजूदा विधायक हैं।
कोलार में कोई जोखिम नहीं है
अपने पिता के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार डॉ यतींद, ने कहा, ‘‘ अगर मेरे पिता वरुणा से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं, तो मैं अपनी सीट छोड़ दूंगा। कोलार में कोई जोखिम नहीं है। केवल कोलार ही नहीं, बल्कि सिद्दारमैया जहां से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, जीत सकते हैं।’’
कांग्रेस जल्द ही अपनी पहली सूची जारी कर सकती है।
उन्होंने कहा कि कई समर्थक सिद्दारमैया को चामराजपेट, हेब्बल और कुश्तगी जैसे विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस जल्द ही अपनी पहली सूची जारी कर सकती है।