कर्नाटक कांग्रेस पार्टी में भी कलह की खबरें सामने आने लगी हैं। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष डी के शिवकुमार के समर्थकों द्वारा अपने नेता को बड़ा साबित करने की होड़ जारी है। इस बीच सिद्धारमैया ने विधायकों से कहा कि वे उन्हें 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश न करें।
पार्टी नेतृत्व के फरमान के बावजूद उन विधायकों की संख्या बढ़ती जा रही है कि जो खुले तौर पर मुख्यमंत्री के चेहरे तौर पर सिद्धारमैया का समर्थन कर रहे हैं, जिससे शिवकुमार को नाराज़ हुए हैं। शिवकुमार मुख्यमंत्री बनने की महत्त्वाकांक्षा रखते हैं।
सिद्धारमैया ने शिवकुमार के बयान पर किए गए एक सवाल के जवाब में कहा, “मुझे नहीं पता, मैं उस पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता… मैंने कभी नहीं कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा, लेकिन मैं फिर भी विधायकों से अनुरोध करूंगा कि वे (मुझे अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने वाला) बयान न दें।”
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शिवकुमार ने सिद्धारमैया से कहा कि वह विधायकों को उन्हें अगला मुख्यमंत्री पेश करने से रोकें। पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद दिल्ली से लौटने पर, शिवकुमार ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया कुछ विधायकों के बयानों पर गौर करें, जो उन्हें अगले मुख्यमंत्री के तौर पर पेश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा था, “पार्टी आलाकमान ने कहा है कि उसे क्या करना है, मैंने मीडिया में कुछ विधायकों के बयान भी देखे हैं। विधायक दल के नेता (सिद्धारमैया) इस पर गौर करेंगे। अगर वह नहीं करते हैं, तो पार्टी इस पर गौर करने के लिए है।” शिवकुमार ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की कोई जल्दी नहीं है और पार्टी को सत्ता में लाना उनका लक्ष्य है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कुछ विधायकों द्वारा उन्हें अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने वाले बयानों को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए इसे उनके व्यक्तिगत विचार बताए हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में कर्नाटक राज्य प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला और शिवकुमार ने पार्टी विधायकों और नेताओं से इस तरह की सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करने को कहा है। इसके बावजूद उनके बयान आ रहे हैं।