कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बुधवार को बीजेपी को राज्य में गठबंधन सरकार को अस्थिर करने के लिए उनकी पार्टी के विधायकों को कथित तौर पर रिश्वत देने के प्रयासों पर सफाई देने की चुनौती दी। हाल ही में मंत्रालयों में फेरबदल और विस्तार के बाद कांग्रेस नेताओं और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गये हैं।
ऐसी खबरें आयी थी कि मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से असंतुष्ट विधायक बीजेपी के संपर्क में है। सिद्धरमैया ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ मैं विधायकों को रिश्वत देने के प्रयासों के संबंध में बीजेपी के साथ आरोप-प्रत्यारोप के खेल में नहीं पड़ रहा हूं। बयान के पीछे एक आधार है। क्या यह सच नहीं है कि उन्होंने (बीजेपी) बीसी पाटिल को एक प्रस्ताव दिया था? जब समय आएगा, तब मैं कुछ और बातों का खुलासा करूंगा?’’
गौरतलब है कि दो दिन पहले, कांग्रेस विधायक दल के नेता ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने उनके विधायकों को 25 से 30 करोड़ रुपये देकर कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन की सरकार को गिराने का फिर से प्रयास किया था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने आरोप को खारिज करते हुए सिद्धरमैया से जिम्मेदारी के साथ बोलने और अपने आरोप को साबित करने के लिए सबूत पेश करने के लिए कहा था।