वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में कर्नाटक से किसी भी दलित सांसद को शामिल नहीं करने पर बुधवार को भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने से इस समुदाय का उत्थान नहीं होगा। हाल के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक से भाजपा के पांच दलित उम्मीदवार विजयी हुए हैं।
कर्नाटक के कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने ट्वीट किया,”दलितों का उत्थान सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने से नहीं होगा। हाल के चुनाव में कई भाजपा उम्मीदवार आरक्षित सीटों से विजयी हुए। उन्हें शुभकामनाएं।” उन्होंने कहा, “उसके बावजूद राज्य के एक भी दलित सासंद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिला। क्या इससे बड़ा कोई अन्याय या विश्वासघात हो सकता है।”
उन्होंने यह ट्वीट कन्नड़ में किया। इस पर कर्नाटक भाजपा ने सिद्धारमैया को ‘ट्विटर रमैया’ करार देते हुए उनसे कहा कि यदि उन्हें दलितों की इतनी ही चिंता है तो वह पार्टी के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाएं।
भाजपा ने यह भी कहा कि लोग यह भी जानते हैं कि यह सिद्धरमैया ही हैं जिन्होंने जी परमेश्वर को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया क्योंकि वह दलित थे (परमेश्वर अब उपमुख्यमंत्री हैं।)