रुड़की : आईआईटी में उत्पीड़न के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब तीसरा मामला सामने आया है। एक और शोधार्थी ने प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है, साथ ही शोधार्थी ने संस्थान के निदेशक पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान हरिद्वार ने जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया है।
रुड़की आईआईटी में कुछ बड़ा घालमेल चल रहा है, इसका अंदाजा पहले से ही लगाया जा रहा था। अब एक एक करके खुलते जा रहे उत्पीड़न के मामलों ने संस्थान में हो रहे कारनामों की पोल खोलकर रख दी है। पहले अमेरिकी महिला ने आईआईटी के तीन प्रोफेसरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया तो उसके बाद दो और मामले सामने आ गए।
शुक्रवार को एक शोधार्थी ने सीधे कोतवाली पहुंचकर एक प्रोफेसर पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया, तभी शनिवार को एक और शोधार्थी ने एसएसपी रिद्धिम अग्रवाल को एसएमएस के माध्यम से शिकायत की। एसएसपी ने पीड़िता को कोतवाली पहुंचकर शिकायत करने को कहा।आज परिजनों के साथ कोतवाली पहुंची पीड़िता ने पुलिस को तहरीर सौंपकर बताया कि प्रोफेसर ने उससे अश्लील हरकत करने के साथ अभद्र भाषा और जात्तिसूचक शब्दों का प्रयोग किया।
पीड़िता की मानें तो उसने बताया कि पिछले तीन माह में वह दो से तीन बार संस्थान के निदेशक से मिलकर मामले की शिकायत कर चुकी है, लेकिन उन्होंने भी कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। अब एक के बाद एक सामने खुलकर आ रहे मामलों के बाद एसएसपी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया है।
टीम में कनखल सीओ एसके सिंह, रानीपुर कोतवाल साधना त्यागी, उप निरीक्षक मनसा ध्यानी को शामिल किया गया है। कप्तान रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि टीम का गठन किया गया है मामले की जांच की जांच पारदर्शिता से होगी।