माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन को लेकर उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्होंने बहुत असत्य बातें कहीं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का भाषण असत्य से भरा था।
हम सब भारतीय कृषि क्षेत्र को मजबूत करने, किसानों को बेहतर फायदे के साथ खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृषि सुधारों का अनुरोध कर रहे हैं। भारतीय कृषि क्षेत्र को, किसानों को तबाह नहीं करें। ये कानून पूंजीपतियों को फायदे के लिए हैं। तीनों कानूनों को वापस लें।’’
येचुरी ने राज्यसभा में आंदोलनकारियों के बारे में प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर भी आपत्ति जतायी। माकपा महासचिव ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आंदोलनजीवी? एफडीआई- फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलाजी? आजाद भारत आंदोलन से ही प्राप्त हुआ। ‘जय हिंद’ आंदोलन का नारा है, आधुनिक भारत आंदोलन की देन है।
अपनी नाकामी छुपाने के लिए, आंदोलन की बेइज्जती, भारत स्वीकार नहीं करेगा।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले कुछ समय से इस देश में ‘‘आंदोलनजीवियों’’ की एक नई जमात पैदा हुई है जो आंदोलन के बिना जी नहीं सकती। उन्होंने कहा, ‘‘यह, खेती को खुशहाल बनाने के लिए फैसले लेने का समय है और इस समय को हमें नहीं गंवाना चाहिए। हमें आगे बढ़ना चाहिए, देश को पीछे नहीं ले जाना चाहिए।’