बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर है आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शाह देश के कई हिस्सों का दौरा कर रहे है। अपने दौरे के दूसरे अथवा आखरी चरण में शाह आज कोलकाता पहुंच चुके है। जिसके बाद शाह ने बीरभूम जिले में प्रसिद्ध तारापीठ मंदिर में आज पूजा-अर्चना की। मंदिर सूत्रों ने बताया कि हेलीकॉप्टर से कोलकाता से यहां पहुंचे शाह ने मंदिर के भीतर करीब 10 मिनट बिताए और पूजा-अर्चना की। सूत्रों ने बताया कि शाह ने जब पूजा की तो मंदिर के भीतर पांच पुजारी , दो सेवक और मंदिर समिति के दो सदस्य मौजूद थे। उन्होंने बताया कि शाह ने देवी को बनारसी साड़ी , फल और एक माला अर्पित की।
सुरक्षा कारणों से सुबह नौ बजे से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। पुरुलिया में अमित शाह ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को कहा कि वे पूरी तैयारी के साथ चुनाव में जुट जाएं। अमित शाह ने चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को बंगाल यात्रा की तैयारी करने का निर्देश दिया। बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल से 2 सीटें जीती थीं। बीजेपी अब इस राज्य में जोरशोर से अपना विस्तार करने में लगी है। अमित शाह ने पोर्ट गेस्ट हाउस में पार्टी के चुनाव प्रबंधन टीम के साथ बैठक की, इसके बाद उन्होंने पार्टी की सोशल मीडिया टीम को संबोधित किया। शाम को अमित शाह पार्टी के विस्तारकों से मिले।
पश्चिम बंगाल के बीजेपी राज्य सचिव सयानतन बासु ने कहा, “हमारे पार्टी अध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव के लिए आर-पास की लड़ाई लड़नी होगी और हमें कम से कम आधी सीटें जीतनी हैं, लोग यहां बदलाव के लिए तैयार हैं, ये लोग टीएमसी से खुश नहीं हैं, ये पार्टी लोगों को वोट डालने भी नहीं दे रही है।”अमित शाह ने टीएमसी के साथ गठबंधन या समझौते को स्पष्ट रूप से खारिज किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पीएम मोदी पर हमले कर रही है उससे टीएमसी के साथ किसी भी समझौते का सवाल ही नहीं उठता है।
अमित शाह द्वारा दिया गया ये बयान उस संदर्भ में देखा जा रहा है, जहां पार्टी के कुछ नेताओं ने सवाल उठाया था कि आखिर सारदा और नारद घोटाले में जांच एजेंसियों की कार्रवाई इतनी सुस्त क्यों हैं। अमित शाह ने पार्टी नेताओं को पूरे 42 लोकसभा क्षेत्र से होकर गुजरने वाली बंगाल यात्रा की तैयारी के निर्देश दिये। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक अमित शाह राज्य के नेताओं पर भी बरसे और कहा कि वे इस तरह से काम करें जिसके नतीजे सामने आए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस बावत किसी तरह की बहानेबाजी नहीं सुनी जाएगी।
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