द्रमुक अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के पद के लिए पार्टी की तरफ से उम्मीदवार एम. के. स्टालिन ने देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र में भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की कड़ी आलोचना की है। स्टालिन ने एक बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री टीकाकरण को एक उत्सव के तौर पर मनाने में अधिक रूचि रखते हैं। उन्होंने समस्या की तह तक न पहुंच पाने के चलते भी पीएम की आलोचना की।
स्टालिन ने कहा कि प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में हो रहे चुनाव के प्रचार में व्यस्त हैं और इसलिए कोविड के बढ़ते मामलों पर उनका कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि तमिलनाड़ु में अन्नाद्रमुक की सरकार भी वायरस के प्रसार के लिए समान रूप से जिम्मेदार है। सरकार ने जनता के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए कुछ भी नहीं किया है।
स्टालिन ने कहा कि वायरस जंगल में लगी आग की गति से फैल रहा है। मामले की वृद्धि को रोकने के लिए उन्होंने सार्वभौमिक टीकाकरण का आह्वान किया है। द्रमुक नेता ने टीके की 5.84 करोड़ खुराक को निर्यात किए जाने की मोदी सरकार की नीति की आलोचना करते हुए कहा है, मोदी सरकार के इस कदम के चलते तमिलनाडु सहित पूरे देश में वायरस फैल गया है और अब इसे रोकने के लिए तत्काल उपाय किए जाने की जरूरत है।