द्रमुक के अध्यक्ष एम. के. स्टालिन को मंगलवार को आम सहमति से पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया। वह सात मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। द्रमुक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है, ‘‘पार्टी अध्यक्ष एम. के. स्टालिन द्रमुक विधायक दल के नेता चुने गए।’’ पार्टी ने कहा कि स्टालिन को विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव आम सहमति से पारित हो गया।
स्टालिन को विधायक दल का नेता चुनने के लिए पार्टी मुख्यालय ‘अन्ना अरिवलयम’ में बैठक हुई जिसमें 133 विधायकों ने हिस्सा लिया जिनमें द्रमुक के अलावा सहयोगी दलों के आठ विधायक शामिल थे।इस बीच सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सात मई को होगा।
स्टालिन पहले ही कह चुके हैं कि राज भवन में सादा शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा।द्रमुक प्रमुख के सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन जाकर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलने की संभावना है। डीएमके ने 6 अप्रैल को हुए मतदान के बाद 2 मई को मतगणना में बहुमत के साथ तमिलनाडु में 2021 विधानसभा का चुनाव जीत लिया है।
मीडिया से बात करते हुए, स्टालिन ने कहा कि पार्टी के चुने हुए सांसद मंगलवार को मिलेंगे और अपना नेता चुनेंगे। सरकारी अधिकारियों से सलाह लेने के बाद शपथ ग्रहण की तारीख की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह की तारीख की घोषणा सोमवार या मंगलवार को की जाएगी।
स्टालिन ने कहा कि राज्य में गंभीर कोविड -19 महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, शपथ ग्रहण समारोह साधारण होगा और राजभवन में आयोजित किया जा सकता है। उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने डीएमके को जोरदार चुनावी जीत दिलाने में मदद की, स्टालिन ने कहा कि नई सरकार मतदाताओं की उम्मीदों को पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि छठी बार पार्टी तमिलनाडु में सरकार बनाएगी और दिवंगत मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि के नक्शेकदम पर चलेगी। स्टालिन ने कहा कि डीएमके शासन ऐसा होगा कि जिन्होंने पार्टी को वोट दिया उन्हें इस बात पर खुशी होगी और जिन्होंने वोट नहीं दिया, उन्हें पार्टी को वोट नहीं देने के अपने फैसले पर अफसोस होगा। डीएमके के प्रवक्ता टी के एस इलनगोवन ने कहा कि एआईएडीएमके सरकार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप देना चाहिए।