तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सियासी राजनीति को परे रखकर प्रदेश की जनता की भलाई के लिए कोरोना संक्रमण के खिलाफ एकजुटता का उदाहरण पेश किया है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने विधायिका प्रतिनिधित्व वाले सभी राजनीतिक दलों के विधायकों का एक सलाहकार पैनल बनाया है।
समिति का गठन 13 मई को तमिलनाडु सचिवालय में सर्वदलीय बैठक के दौरान किया गया था। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने की थी। तेरह सदस्यीय पैनल में अन्नाद्रमुक नेता और राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एमआर विजयभास्कर इसके सदस्य होंगे। मुख्यमंत्री स्टालिन सलाहकार पैनल के अध्यक्ष हैं, जिसमें विधान सभा में प्रतिनिधित्व करने वाले प्रत्येक राजनीतिक दल का एक सदस्य होता है।
इनमें डीएमके और अन्नाद्रमुक के चुनाव चिह्न् पर चुनाव लड़ने वाली पार्टियां भी शामिल हैं। पैनल के अन्य सदस्य डीएमके के डॉ एन. एझिलन, जी.के. पीएमके के मणि, ए.एम. कांग्रेस के मणिरत्नम, एमडीएमके के डॉ सदन तिरुमलाईकुमार, भाजपा के नैनार नागेंद्रन, वीसीके के एस.एस. बालाजी, भाकपा के टी. रामचंद्रन, मणथिया मक्कल काची (एमएमके) के जवाहरुल्ला।
इनके अलावा कोंगुनाडु मक्कल देसिया काची (केएमडीके) के आर ईश्वरन, तमिझागा वाझवुरिमाई काची (टीवीके) के टी. वेलमुरुगन, पुरात्ची भरथम के पूवल जगन मूर्ति और वी.पी. सीपीएम के नागल मल्ली शामिल हैं। सरकार ने कहा कि सलाहकार समिति उभरती हुई कोविड स्थिति की तात्कालिकता और आवश्यकता के अनुसार बैठक करेगी।