कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि प्रदेश के स्कूलों व कालेजों में पिछड़ वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के अध्ययनरत छात्रों को दो वर्ष से अधिक समय से छात्रवृत्ति का वितरण नहीं हुआ है।
पूर्ण छात्रवृत्ति का वितरण अभी तक नहीं हुआ
श्री कमलनाथ ने आज ट्वीट के माध्यम से कहा कि प्रदेश के सरकारी और शासन से मान्यता प्राप्त स्कूलों एवं कॉलेजों में पिछड़ वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के अध्ययनरत छात्रों को दो वर्ष से अधिक समय से छात्रवृत्ति का वितरण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हर साल पिछड़ वर्ग के करीब पॉंच से छह लाख विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करते हैं। वर्ष 2020-21 के लगभग पॉंच लाख विद्यार्थियों में से अधिकांश को पूर्ण छात्रवृत्ति का वितरण अभी तक नहीं हुआ है, इसी प्रकार वर्ष 202।22 के लगभग छह लाख छात्रों को छात्रवृत्ति का अभी इंतजार है।
सरकार बजट उपलब्ध कराने में असफल साबित हु
उन्होंने कहा कि गत दो वर्षों से छात्रवृत्ति का वितरण नहीं किये जाने से विभिन्न उच्च शिक्षा से जुड़ शैक्षणिक संस्थानों एवं निजी संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों को प्रतिदिन आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा निरन्तर बजट की मांग की जा रही है पर सरकार बजट उपलब्ध कराने में असफल साबित हुई है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट में भी महज थोड़ सी राशि देकर सरकार ने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। उन्होंने कहा कि ़खुद को अन्य पिछड़ वर्ग का सच्चा हितैषी बनने वाली शिवराज सरकार का यह सच है कि अन्य पिछड़ वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिये ही सरकार के पास राशि नहीं है और दावे रोत्र बड़-बड़ किये जाते है।