मालंकर माच थोमा सीरियाई चर्च के शीर्ष पादरी जोसेफ मार थोमा मेट्रोपोलिटन के एक निजी अस्पताल में रविवार को निधन हो गया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार मारथोमा समुदाय के 90 वर्षीय प्रमुख पादरी का अग्नाशय कैंसर का उपचार चल रहा था और उन्होंने रात करीब ढाई बजे अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहते हुए इन आध्यात्मिक नेता के निधन पर शोक प्रकट किया कि मेट्रोपोलिटन एक बेहतरीन व्यक्ति थे जिन्होंने मानवता की सेवा की और गरीबों के उत्थान के लिए कठिन परिश्रम किया।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘श्रेयस्कर डॉ.जोसेफ मार थोमा मेट्रोपोलिटन एक उत्कृष्ट शख्स थे जिन्होंने मानवता की सेवा की और गरीबों तथा वंचितों के उत्थान के लिए कठिन परिश्रम किया। उनके अंदर समानुभूति और विनम्रता कूट-कूटकर भरी थी। उनके आदर्श विचार सदैव याद किए जायेंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’’ प्रधानमंत्री ने 27 जून को मेट्रोपोलिटन के 90वें जन्मदिन समारोह की शुरुआत की थी।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि मेट्रोपोलिटन का निधन न केवल गिरजाघर बल्कि पूरे समाज के लिए क्षति है। उन्होंने कहा, ‘‘फादर समाज के बेघरों एवं वंचितों की आजादी एवं कल्याण के लिए काम किया। मुंबई में रेड स्ट्रीट में रहने वाले बच्चों के पुनर्वास में और ट्रांसजेंडरों को मुख्य धारा में लाने में उनका योगदान दर्शाता है कि उन्होंने वंचितों के लिए कैसा संघर्ष किया। ’’
मैरामोनिन पठनमथिट्टा जिले में अलकुन्नाथु टी लुकोस और मरियम्मा के घर जन्म लेने वाले जोसेफ मार थोमा अक्टूबर 2007 में माच थोमा मेट्रोपोलिटन बने थे क्योंकि तत्कालीन मार थोमा फिलिपोस माच चिरिसोस्टोम ने अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के चलते अपने उत्तराधिकारी को जिम्मेदारियां सौंपने की इच्छा प्रकट की थी। जोसेफ मार थोमा के पार्थिव देह तिरुवल्ला में गिरजाघर मुख्यालय में रखी गई जहां लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।