तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को यहां स्कूली छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी पहल वनविल मंद्रम (इन्द्रधनुष मंच) की शुरुआत की।इसका उद्देश्य कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थिंयों के बीच विज्ञान प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) सीखने के लिए दिलचस्पी पैदा करना है।
प्रयोगशालाओं को झंडी दिखाकर रवाना किया
इस कार्यक्रम में मंत्रियों के एन नेहरू, थंगम थेनरासु, अंबिल महेश पोयामोझी और तिरुचिरापल्ली के मेयर एम अनपहागन ने भाग लिया। इसका उद्घाटन पप्पाकुरिची गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल, कट्टूर में किया गया।इसके साथ ही मुख्यमंत्री स्टालिन ने स्कूली छात्रों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से विज्ञान और गणित की 100 चलती-फिरती (मोबाइल) प्रयोगशालाओं को झंडी दिखाकर रवाना किया।
करीब 25 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत
इन प्रयोगशालाओं के जरिए छात्रों को विज्ञान के प्रयोग से परिचित कराया जाएगा और उन्हें गणित पढ़ाया जएगा। इनमें छात्रों द्वारा बनाए गए विज्ञान उपकरणों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। करीब 25 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की इस परियोजना का मकसद 25 लाख सरकारी स्कूल के छात्रों को लाभान्वित करना है।