तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की मौजूदगी में फ्रंट लाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रीकॉशन डोज़ वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हुआ।
फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्ग
देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के बीच आज से स्वास्थ्य कर्मचारी, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को कोरोना की बोस्टर डोज़ लगाई जाएगी। सरकार की घोषणा के मुताबिक, प्रीकॉशन डोज के लिए किसी को भी कोविन एप पर नए रजिस्ट्रेशन की कोई जरुरत नहीं है। अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लॉग-इन करके सीधे अपॉइंटमेंट बुक किया जा सकता है। इसके अलावा सीधे वॉक-इन की भी सुविधा है।
चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर माना
बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल को ऐलान किया था कि 10 जनवरी से स्वास्थ्य और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को चिकित्सकों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी। हालांकि उन्होंने ‘‘बूस्टर डोज’’ का जिक्र ना करते हुए, इसे ‘‘प्रीकॉशन डोज’’ (एहतियाती खुराक) का नाम दिया।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को भी फ्रंटलाइन वर्कर माना गया है, जहां फरवरी से विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं।