KMC चुनाव में BJP की हार पर भड़के तथागत रॉय, कहा- पार्टी को ‘अय्याशों और गद्दारों’ का झुंड चला रहा है - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

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KMC चुनाव में BJP की हार पर भड़के तथागत रॉय, कहा- पार्टी को ‘अय्याशों और गद्दारों’ का झुंड चला रहा है

कोलकाता नगर निगम (केएमसी) चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के एक दिन बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने प्रदेश नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी को ‘अय्याशों और गद्दारों’ का झुंड चला रहा है।

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पारटी (भाजपा) ने अपनी सियासी जमीन को काफी हद तक मजबूत किया है। इसलिए पार्टी ने बड़े दावे के साथ कोलकाता नगर निगम (केएमसी) चुनाव में अपने हाथ आजमाए, लेकिन नतीजे उम्मीद के विपरीत निकलें। इसके बाद भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के एक दिन बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने प्रदेश नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी को ‘अय्याशों और गद्दारों’ का झुंड चला रहा है।  
टीएमसी ने  144 सदस्यीय केएमसी में 134 सीटों पर कब्जा किया 
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्य विधानसभा चुनाव में अपनी शानदार जीत के सात महीने बाद मंगलवार को 144 सदस्यीय केएमसी में 134 सीटों पर कब्जा किया। विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा को सिर्फ तीन वार्ड, कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे को दो-दो वार्ड और निर्दलीय को तीन वार्ड में जीत मिली।  
हिंदू बंगाली विनाश और विलुप्त होने की ओर अग्रसर प्रतीत होते हैं 
त्रिपुरा और मेघालय के पूर्व राज्यपाल रॉय ने ट्वीट किया, ‘‘हिंदू बंगाली विनाश और विलुप्त होने की ओर अग्रसर प्रतीत होते हैं। उनके मुख्य निवास पश्चिम बंगाल राज्य में पिछले 44 वर्षों से कुशासन रहा है। यहां सबसे विनाशकारी और बुरे लोग सत्ता में रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा, जो इसमें फिर से जान डाल सकती थी, उसको अय्याशों और गद्दारों के झुंड के हवाले छोड़ दिया गया है। परिणाम 2021 के विधानसभा चुनाव में हार थी और चूंकि उसके बाद कोई गंभीर सुधार नहीं हुआ इसलिए नगर निगम के चुनाव में पराजय मिली।’’  
लेकिन गलतियों को सुधारने के लिए कुछ भी नहीं किया गया 
आलोचनाओं के बावजूद वाम मोर्चा प्राप्त वोट के मामले में तृणमूल के बाद दूसरे स्थान पर रहा और अधिकांश वार्ड में इसने भाजपा को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए रॉय ने कहा कि उन्होंने कई बार पार्टी के विभिन्न मंचों पर कमियों की ओर इशारा किया, लेकिन गलतियों को सुधारने के लिए कुछ भी नहीं किया गया। 

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उन्होंने लिखा, ‘‘कुछ लोग सार्वजनिक रूप से भाजपा के खिलाफ मेरी टिप्पणियों को लेकर बुरा महसूस कर रहे हैं। मैं भी इससे परेशान हूं। लेकिन कोई रास्ता नहीं है। मैंने पार्टी मंचों पर गोपनीय तरीके से उन चीजों के बारे में बताया, लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं जीवित हूं या नहीं। महत्वपूर्ण यह है कि हिंदू बंगालियों की हार आसन्न है।’’  
भाजपा की प्रदेश इकाई से फिलहाल ‘‘विदा’’ लेने का फैसला किया है 
विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद से पार्टी के पश्चिम बंगाल नेतृत्व पर हमला कर रहे रॉय ने कहा था कि पिछले महीने उन्होंने भाजपा की प्रदेश इकाई से फिलहाल ‘‘विदा’’ लेने का फैसला किया है। उनकी इस टिप्पणी से माना जा रहा था कि वह हमले और तेज करेंगे। उन्होंने कहा था कि वह नगर निगम चुनाव के नतीजों का इंतजार करेंगे। 
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि केवल रॉय ही अपने बयान पर जवाब दे सकते हैं। रॉय, लंबे समय से भाजपा के पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और वरिष्ठ नेताओं अरविंद मेनन एवं शिव प्रकाश के फैसलों की आलोचना करते रहे हैं और विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए उन्हें दोषी ठहराते हैं।

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